20/01/2016

हर बार इक नया रगं लेकर... Best Hindi Shayari

हर बार इक नया रगं लेकर मोहब्बत का वो मिलता रहा मुझसे
ये जानकर के फितरत में दगा है उसकी मैं वफा करता रहा उससे
फिर कैसे करता गिला उससे जब खता ही अपनी थी......
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तेरे संग बीती शामें बेहद याद आएगी,
आज तेरे दूर जाने के बाद.....
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बहुत चोट खाया है दिल,
अब रिश रिश के तेरी यादें निकल रही है....
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हँसना और हँसाना कोशिश है मेरी
हर कोई खुश रहे ये चाहत है मेरी...

भले ही मुझे कोई याद करे या ना करे
हर अपने को याद करना आदत है मेरी...
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इच्छाओं का समुद्र है
और तू समुद्र के उस तरफ है

मैं समुद्र के इस तरफ हूं
तुझ तक पहुंचने के लिए

एहसासों की पगडंडी पर
सपनो की गठरी लेकर निकल पड़ी हूं

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